Cricket Rules in Hindi: मैदान, विकेट और स्टंप्स, बल्लेबाजी, गेंदबाजी के नियम

Dev Kumar

क्रिकेट दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है। यह खेल विशेषकर भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, और अन्य देशों में काफी प्रसिद्ध है क्रिकेट के नियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। क्रिकेट खेल को सही ढंग से समझने के लिए इसके बुनियादी नियमों को जानना जरूरी है। इस लेख में हम Cricket Rules in Hindi को विस्तार से समझेंगे

क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो भारत के हर गली नुक्कड़ में खेला जाता है और इस स्पोर्ट को सबसे ज्यादा लोग पसंद करते तो आपने कभी जरूर सोचा होगा की आखिर क्रिकेट के नियम क्या क्या होते है तो आज हम आपको Cricket Rules in Hindi में बताएंगे.

Cricket Rules in Hindi: ऐसे नियम जो आपको पता नहीं होंगे

क्रिकेट के नियमों के अनुसार, हर प्रकार के शॉट, रन, आउट, और फील्डिंग की स्थिति का ध्यान रखा जाता है

क्रिकेट का मैदान (Cricket Field)

मैदान की सीमा रेखा को “बाउंड्री” कहा जाता है। बाउंड्री के पार जाने पर गेंद के स्कोर निर्धारित होते हैं (जैसे कि 4 रन या 6 रन). मैदान के बीच में 22 गज (लगभग 20.12 मीटर) लंबी और 10 फीट (3.05 मीटर) चौड़ी पट्टी होती है, जिसे “पिच” कहा जाता है और पिच के दोनों सिरों पर विकेट्स लगाए जाते हैं.

बाउंड्री रेखा – Boundary Line Rules in Hindi

  • मैदान की सीमा को दिखने के लिए बाउंड्री रेखा खींची जाती है
  • बल्लेबाज की हिट की गई गेंद अगर बिना जमीन को छुए बाउंड्री रेखा के बाहर जाती है तो उसे 6 रन मिलते हैं
  • अगर गेंद बाउंड्री के अंदर गिरकर बाहर जाती है तो उसे 4 रन मिलते हैं
  • बाउंड्री रेखा पर फील्डर द्वारा गेंद को रोकने का प्रयास किया जा सकता है, लेकिन अगर फील्डर का शरीर या पैर बाउंड्री के बाहर होता है तो बल्लेबाज को 4 या 6 रन मिलते हैं.

पिच और क्रीज – Pitch and Crease Rule in Hindi

  • पिच के दोनों सिरों पर एक-एक “बॉलिंग क्रीज” होती है, जहां स्टंप्स लगाए जाते हैं
  • बॉलिंग क्रीज की लंबाई 8 फीट 8 इंच होती है
  • बॉलिंग क्रीज से 4 फीट आगे एक “पॉपिंग क्रीज” होती है। यह बल्लेबाज की क्रीज होती है, और बल्लेबाज को सुरक्षित रहने के लिए इस क्रीज के अंदर रहना होता है.
  • गेंदबाज को गेंद फेंकते समय “बॉलिंग क्रीज” के पीछे रहना होता है और उसका अगला पैर पॉपिंग क्रीज को पार नहीं करना चाहिए अन्यथा, उसे “नो बॉल” दिया जाता है.

फील्डिंग प्रतिबंध – Fielding Restrictions in Hindi

  • पावरप्ले: वनडे और टी20 क्रिकेट में पावरप्ले ओवर होते हैं, जिसमें फील्डिंग पर प्रतिबंध लगाए जाते हैं.
  • पहले पावरप्ले के दौरान केवल दो फील्डर्स को ही 30-गज (27.43 मीटर) के घेरे के बाहर तैनात किया जा सकता है
  • इस प्रतिबंध का उद्देश्य बल्लेबाज को शुरुआती ओवरों में आक्रामक खेलने का मौका देना है.

फील्डिंग पोजीशन – Fielding Positions in Hindi

  • क्रिकेट में अलग-अलग फील्डिंग पोजीशन होती हैं, जैसे कि स्लिप, गली, पॉइंट, मिड-ऑफ, मिड-ऑन, स्क्वायर लेग, थर्ड मैन, फाइन लेग आदि.
  • खिलाड़ियों की पोजीशन गेंदबाज की गेंदबाजी , पिच की स्थिति, और बल्लेबाज के खेलने के आधार पर चुनी जाती हैं.
  • स्लिप और गली जैसे जगहविशेष तौर पर कैच पकड़ने के लिए होते हैं जबकि मिड-ऑन और मिड-ऑफ क्षेत्र रन रोकने और रन आउट करने में मदद करते हैं

ओवरथ्रो और रन – Overthrow and Runs

  • यदि फील्डर द्वारा थ्रो करते समय गलती से गेंद बाउंड्री के बाहर चली जाती है, तो इसे “ओवरथ्रो” कहा जाता है
  • ओवरथ्रो के लिए बल्लेबाजों को अतिरिक्त रन दिए जाते हैं, जिसमें उनकी दौड़ के रन भी शामिल होते हैं

विकेट्स और स्टंप्स – Wickets and Stumps Rules in Hindi

बोल्ड (Bowled)

  • जब गेंदबाज की गेंद बल्लेबाज के स्टंप्स से टकराती है और बेल्स गिर जाती हैं, तो बल्लेबाज “बोल्ड” आउट हो जाता है.
  • यह आउट का सबसे प्रमुख तरीका है क्योंकि इसमें सीधे-सीधे बल्लेबाज के विकेट्स को हिट करना होता है

एल्बी डब्ल्यू (LBW – Leg Before Wicket)

  • जब बल्लेबाज की टांगें (पैर) विकेट के सामने होती हैं और गेंद स्टंप्स पर लगने वाली होती है, तो उसे LBW के लिए आउट दिया जा सकता है.
  • अंपायर यह देखता है कि क्या गेंद स्टंप्स को हिट कर सकती थी और क्या बल्लेबाज ने गेंद को बैट से खेलने का प्रयास नहीं किया

रन आउट (Run Out)

  • रन बनाने के दौरान यदि बल्लेबाज अपनी क्रीज में पहुँचने से पहले फील्डर द्वारा स्टंप्स को हिट कर दिया जाता है, तो बल्लेबाज रन आउट हो जाता है.
  • इसके लिए फील्डर या विकेटकीपर को गेंद से स्टंप्स को हिट करना होता है और बेल्स को गिराना होता है.

स्टंपिंग (Stumping)

  • यदि विकेटकीपर बल्लेबाज के क्रीज से बाहर निकलते ही स्टंप्स को हिट कर देता है और बेल्स गिरा देता है, तो बल्लेबाज “स्टंप्ड” आउट हो जाता है.
  • स्टंपिंग ज्यादातर स्पिन गेंदबाजों की गेंदबाजी के समय होती है, जब बल्लेबाज आगे बढ़कर शॉट मारने की कोशिश करता है

विकेट्स से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण नियम – Wickets Rules in Hindi

  • डेड बॉल पर आउट नहीं: यदि किसी गेंद को “डेड बॉल” करार दिया गया है, तो उस पर बल्लेबाज को आउट नहीं दिया जा सकता.
  • बेल्स गिरने के बाद स्टंप्स गिराना: अगर बेल्स पहले ही गिर चुकी हैं और रन आउट का मौका है, तो फील्डर को गेंद से स्टंप्स को फिर से गिराना पड़ता है। अगर स्टंप्स पहले से गिर चुके हैं, तो गेंदबाज या फील्डर को स्टंप्स को हाथ से या गेंद से टच कराना होगा.
  • फ्री हिट पर बोल्ड आउट नहीं: नो-बॉल के बाद फ्री हिट दी जाती है और उस पर बल्लेबाज बोल्ड नहीं हो सकता। हालांकि, रन आउट, कैच आउट, और स्टंपिंग जैसी परिस्थितियों में बल्लेबाज आउट हो सकता है

अंपायर की भूमिका – Role of Umpire in Hindi

  • अंपायर का मुख्य काम खेल के दौरान नियमों का पालन सुनिश्चित करना और मैदान पर सभी खिलाड़ियों की गतिविधियों पर नज़र रखना होता है.
  • वे आउट, नो बॉल, वाइड बॉल, डेड बॉल, और अन्य निर्णयों के संकेत देते हैं
  • मैच में दो ऑन-फील्ड अंपायर होते हैं – एक “बॉलर एंड अंपायर” जो गेंदबाज की दिशा में खड़ा होता है और दूसरा “स्क्वायर लेग अंपायर” जो बल्लेबाज के लेग साइड पर खड़ा होता है.
  • बड़े मैचों में एक तीसरा अंपायर भी होता है जो विवादास्पद निर्णयों के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करता है.

अंपायर के निर्णय – Umpire’s Decisions in Hindi

  • अंपायर द्वारा लिए गए निर्णय अंतिम होते हैं और खिलाड़ियों को उनका सम्मान करना होता है
  • यदि कोई टीम अंपायर के किसी निर्णय से संतुष्ट नहीं होती है, तो DRS (Decision Review System) के माध्यम से उसे चुनौती दी जा सकती है, लेकिन इसका उपयोग सीमित होता है और यह केवल प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मैचों में उपलब्ध होता है.
  • ऑन-फील्ड अंपायर किसी भी निर्णय को देने में स्वतंत्र होते हैं और उनके निर्णय पर बहस नहीं की जा सकती.

अंपायर के संकेत – Umpire’s Signals

अंपायर विभिन्न स्थितियों के लिए अलग-अलग हाथ संकेतों का उपयोग करते हैं। कुछ महत्वपूर्ण संकेत निम्नलिखित हैं:

  • आउट (Out): अंपायर अपने एक हाथ की उंगली को ऊपर उठाते हैं.
  • नो बॉल (No Ball): हाथ को कंधे की ऊंचाई तक उठाकर सीधा रखते हैं
  • वाइड बॉल (Wide Ball): दोनों हाथों को फैलाकर कंधे की ऊंचाई तक सीधा रखते हैं.
  • सिक्स रन (Six Runs): दोनों हाथों को ऊपर उठाकर सिर के ऊपर रखते हैं
  • फोर रन (Four Runs): एक हाथ को सीधा करके मैदान के बगल की ओर इशारा करते हैं
  • डेड बॉल (Dead Ball): दोनों हाथों को पार करते हुए सामने लाते हैं
  • लेग बाई (Leg Bye): एक हाथ की उंगली को घुटने पर रखकर संकेत देते हैं
  • बाई रन (Bye): एक हाथ को सिर के ऊपर उठाकर घुमाते हैं

अंपायर के प्रकार – Types of Umpires in Hindi

  • मैदानी अंपायर (On-field Umpires): दो ऑन-फील्ड अंपायर होते हैं, जो मैदान में खड़े होकर खेल को नियंत्रित करते हैं.
  • तीसरा अंपायर (Third Umpire): टीवी अंपायर या तीसरा अंपायर मैदान के बाहर बैठकर वीडियो रीप्ले की सहायता से निर्णय देता है.
  • रिजर्व अंपायर (Reserve Umpire): यदि किसी अंपायर को स्वास्थ्य या किसी अन्य कारण से मैदान छोड़ना पड़े, तो रिजर्व अंपायर उनकी जगह लेते हैं.

डीआरएस – Decision Review System – DRS

DRS का उपयोग तब किया जाता है जब बल्लेबाज या गेंदबाज अंपायर के निर्णय को चुनौती देना चाहता है. डीआरएस का निर्णय लेने के लिए तीसरा अंपायर गेंद का रीप्ले, हॉक-आई, और स्निकोमीटर जैसी तकनीक का उपयोग करता है टेस्ट मैच में प्रत्येक टीम को 2 डीआरएस मिलते हैं, जबकि वनडे और टी20 मैच में टीमों के पास 1-1 डीआरएस होता है.

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दोस्तों मेरा नाम देव कुमार है में करनाल हरयाणा का निवासी हु. और मेने MA हिंदी किया है और मुझे बचपन से ही स्पोर्ट्स में बहुत ज्यादा रूचि थी और ब्लॉग्गिंग की भी काफी अच्छा एक्सपीरियंस भी है इसलिए मेने सोचा क्यों ना में एक स्पोर्ट वेबसाइट शुरू करू और हिंदी भाषा में जानकारी दूँ.
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